गीत 26
तुमने मेरे लिए किया
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1. यीशु बैठा तख्त पे, कहे नेक लोगों से,
“तुमने सेवा की संग मेरे भाइ-यों के;
उन्हें साथ जो दिया,
की मदद जिस तरह,
आभारी हूँ इसके लिए मैं सदा।”
(कोरस)
“उन्हें हौसला दिया, वो मुझको मिला,
उनके संग जो किया, संग मेरे किया।
जो मेह-नत तुम्हारी थी उनके लिए,
वो मेह-नत सच में थी मेरे लिए;
किया उनके लिए, था मेरे लिए।”
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2. “मेरी बदहाली में दी थी राहत मुझे,
हर ज़रूरत आकर की पूरी तुमने।”
“किया कब ये हमने?”
सब पूछेंगे उससे,
तब प्यार से राजा यीशु उनसे कहे:
(कोरस)
“उन्हें हौसला दिया, वो मुझको मिला,
उनके संग जो किया, संग मेरे किया।
जो मेह-नत तुम्हारी थी उनके लिए,
वो मेह-नत सच में थी मेरे लिए;
किया उनके लिए, था मेरे लिए।”
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3. “वफादारी मुझसे है निभायी तुमने,
मेरे भाइ-यों के साथ संदेसा देके।”
तब वो नेक लोगों को
दे इनाम ये कहके:
“आशीष पाओ, वारिस बनो धरती के।”
(कोरस)
“उन्हें हौसला दिया, वो मुझको मिला,
उनके संग जो किया, संग मेरे किया।
जो मेह-नत तुम्हारी थी उनके लिए,
वो मेह-नत सच में थी मेरे लिए;
किया उनके लिए, था मेरे लिए।”
(नीति. 19:17; मत्ती 10:40-42; 2 तीमु. 1:16, 17 भी देखें।)